दाना पूनो तिन्दाना याने अनाज का नया खाना- गोंडी संस्कृतीक gondi Anaj niyam Adivasi culture

नया अनाज का पूजा नियम कैसे किया जाता हैं

गोंडी संस्कृती और पूजा नियम, नया अनाज का नया खाना खाणे से पाहिले कूच नियम और पूजा किया जाता है।
गोंडी समुदाय मे ये सभी नियोमो को करणा जरुरी हैं।
कैसे किया जाता है कूच जाणकारी नीचे दिया गया हैं। 

नया पसल, अनाज खाणे पाहिले क्या किया जाता है

 दाना पूनो तिन्दाना याने अनाज का नया खाना । यह त्योहार कार्तिक माह के पूर्णिमा पंचमी को मनाया जाता है। 
जब तक नया अनाज देवों को नहीं चढ़ाया जाता तब तक गोंड समुदाय के गण्डजीव उन्हें खा नहीं सकते ।
वे अपने इष्ट देवी देवताओं की पूजा करके नैवद्य चढ़ाते हैं । 
पूजन के दिन घर की लिपा पोती की जाती है । 
उस दिन सभी उपवास करते हैं तथा नये चावल का भात और उडद की दाल पकाते हैं । 


New grain image

Some rules and worship are done before eating new grains in Gond samuday
 
अपने पेनकोली के देवस्थल में और घर के आंगण में साजा के पत्तियों पर अपने देवी देवताओं को नैवद्य चढ़ाया जाता है ।
जो जितने सगा देव समुह के होते हैं उतने ही पत्तियां बिछाकर और परसापेन या बड़ेदेव शक्ति के नाम का एक पत्ति बिछाकर उस पर नैवद्य चढ़ाया जाता है ।  
इसतरह देवी देवताओं की पूजा कर उस दिन से नया अनाज खाना आरंभ करते हैं ।

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