Gondi Dharam me क्या है सल्ला गांगरा मोद वेरची | Gondwana ka 750 kya hai

Gondwana photos

गोंडी धर्म चिन्ह सल्ला और गांगरा

आप सभी जाणते ही हो की हर कोई ईसे सर्वोचं शक्ति काहते है, कोई जय सेवा सिंबोल तो कोई सल्ला शक्ति कहते है। तो सागा जनो जैसे की आप सभी जाणते है, गोण्डोंका धर्म चिन्ह सल्ला गांगरा है । जिसे हम सल्ला गांगरा मोद वेरची भी काहते है। तो हम यंहा जाणणे वाले है की सल्ला और गांगरा होता क्या है, गोंड आखीर क्यों इसकी पुजा करते है इसमे एसी क्या शक्ति है। 

सल्ला गांगरा शाक्ति क्या है? 750 kya hai

Gondwana ka Pavitra shakti सल्ला गांगरा गोंड कोयतूर का धर्म चिन्ह है , इसे मातृ शाक्ति और पितृ शाक्ति भी कहा जाता है।

सल्ला अर्थात धंनात्मक (धन) या पितृ गुण का सूचक होता है ।

गांगरा अर्थात ऋणात्मक (ऋण) या मातृत्व गुण का सूचक होता है।

इन्ही धन + औऱ ऋण  गुणो _ के  मिलन से जीव जगत का निर्माण होता है।

मातृ शाक्ति और पितृ शाक्ति के मिलन से एक नयी जीव की उत्पात्ती होती है।

गोंड  क्यों प्रकृती पूजक कहते है?

हम गोंडी सगाजण खुद को कोयतूर कहते है, क्योंकी हमारा जन्म प्रकृती के अनुसार या प्रकृती के घटना के अनुसार होता है. ना की किनही भी आडंबरो से होता है। गोंड प्रकृती की ही पुजा करता है , इस लिए गोंड प्रकृती पूजक केहलाते है।

और जाणकारी के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करे 

  1. जय सेवा का मतलब क्या है
  2. गोंड जाति में कितने गोत्र होते हैं
  3. कुपार लिंगो के संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी
  4. जंगो रायताड का जन्म और जीवन चरित्र 
  5.  गोंडी नृत्य कला का दर्शन

चलो अब सल्ला गांगरा की आकृती को समजते है।

सल्ला गांगरा की आकृती Gondwana symbol

Note
इस आकृती मे आपको कूच नही दिखाए देगा,इस photo ko Download kare उसके बाद सब HD quality मे देखे और पढे। 
डाऊनलोड करणे के लिए नीच एक डाऊनलोड का बटन दिया गया है।




jay sewa image download

इस आकृती को HD मे डाऊनलोड करे 

यह आकृती आपको बताते राहता है की, मातृ शाक्ति और पितृ शाक्ति के बिना ये श्रीष्टि ,ये रचना , प्रकृती तयार ही नही हो पाती थी। इस लिए सल्ला और गांगरा सर्वोच शक्ति है, बडादेव है।

आगे पढिए

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ