(1)आरती बूढादेव जय सेवा 🙏जय गोंडवाना
बड़ादेव प्रार्थना
बड़ादेव शक्ति प्रदान करो ,
हम तेरे पुजारी बन जावे ॥ टेक ॥
हर रोम रोम में वास करो ,
तन मन के विकारों को दूर करो ।
अब ज्ञान की ज्योति जला देना ,
अंधकार सब मिट जावे ॥1 ॥
अब मुझ में सत्य ज्ञान भरो ,
सेवा से सम्मान करो ।
मेरे मन में भक्ति भाव भरो ,
हम सेवा कार्य में लग जावें।।2 ।।
धर्म शील दया न्याय रहे ,
अन्याय से हरदम दूर रहें ।
संकट से हम को बचा लेना ,
दया तुम्हारी हम पर बनी रहे ॥3 ॥
अब हाथ जोड़ मेरी अरजी है ,
बड़ादेव तुम्हारी मरी है ।
भक्ति से शक्ति दे देना ,
मेरे मन्सा पूर्ण हो जावे ॥4 ॥
शंभूशेख तुम्हारी जय सेवा ,
बड़ादेव तुम्हारी जय सेवा ।
सेवा से मेवा दे देना ,
" सुख सम्पत्ति फल पा जावें ॥5 ॥
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